झारखंड में पूजा सिंघल की तरह जालंधर में ‘पी’ फर्जी बिलिंग घोटाले से करोड़पति बना
चंडीगढ़, 9 मई 2022 : झारखंड में अवैध धन का खनन करने वाली ‘पी’ पूजा सिंघल आईएएस थीं और जालंधर में ‘फर्जी बिलिंग घोटाले में बिचौलिए का काम करके पी’ करोड़पति बन गया है।
इन दोनों में एक बड़ा अंतर है, जबकि पूजा सिंघल सत्ता में सर्वोच्च अधिकारी थीं, लेकिन जालंधर में टैक्स ऑफिस में ‘पी’ एक निचले स्तर का कर्मचारी है, जो मल्टी करोड़ के घोटाले में अपने अधिकारियों के बिचौलिए के रूप में काम करके सत्ता हासिल करता है। लेकिन इन दोनों में समानताएं भी हैं पूजा ने अवैध तरीकों से बहुत पैसा कमाया था और जालंधर में भी यह निचली रैंक का कर्मचारी ‘पी’ फर्जी बिलिंग घोटाले के कारण करोड़पति होने के कारण एक शानदार जीवन शैली का आनंद लेता है। उन्होंने फर्जी बिलिंग घोटाले में कर अधिकारियों के बिचौलिए के रूप में काम करके बड़ी संपत्ति अर्जित की है।
कर विभाग में ये काली भेड़ें सभी फर्मों के साथ ‘पी’ के माध्यम से सौदा करती हैं और फर्जी बिलिंग में टकसाल का पैसा देती हैं। इस चतुर्थ श्रेणी के कर्मचारी का दबदबा ऐसा है कि वह अधिकारियों से भी ज्यादा ताकत का ढोंग करता है। जिसका एक प्रमाण यह है कि हाल ही में उन्होंने 20,000 रुपये की लागत से अपनी कार के टायर बदलवाए थे जो कि फर्जी बिलिंग घोटाले में फंसी एक फर्म द्वारा उपहार में दिए गए थे।
बिचौलिए के रूप में कार्य करके ‘पी’ को फर्मों और अधिकारियों के भ्रष्ट गठजोड़ द्वारा अवैध रूप से खनन की गई राशि में बड़ा हिस्सा मिलता है। वह इन अधिकारियों की चाबी रखता है, जिसके परिणामस्वरूप कंपनियां उसे आकर्षक और शानदार उपहार देकर खुश रखती हैं। पूरे मामले की पारदर्शी जांच से ईडी को इस सर्वशक्तिमान ‘पी’ से पूरे घोटाले में पूजा सिंघल से भी ज्यादा पैसा मिल सकता है।