चन्नी का स्वच्छ प्रशासन का दावा हुआ ठुस्स, दागी अधिकारी को लुधियाना का ड़ी सी लगाने का रास्ता साफ़
लुधियाना, 13 नवंबर 2021 : लोगों को स्वच्छ प्रशासन प्रदान करने के सीएम चरणजीत सिंह चन्नी के दावों के उलट पंजाब सरकार ने एक दागी अधिकारी को लुधियाना का ड़ी सी लगाने का रास्ता साफ़ कर दिया है ।हैरानी की बात है की चन्नी के कैबिनेट सहयोगी भारत भूषण आशु इस दागी अधिकारी की डिप्टी कमिश्नर लुधियाना के रूप में उम्मीदवारी का समर्थन कर रहे हैं, जो राज्य सरकार के लिए शर्म की बात है।
उच्च पदस्थ सूत्रों ने खुलासा किया कि विवादास्पद मंत्री आशु मौजूदा उपायुक्त वरिंदर कुमार शर्मा से नाराज हैं, क्योंकि उन्होंने मंत्री के करीबी सहयोगियों को कम कीमत पर मॉडल टाउन इलाके में तीन एकड़ से अधिक प्रमुख भूमि हड़पने की योजना की अनुमति नहीं दी थी। लेकिन शर्मा एक IAS, जो अपनी ईमानदारी और ईमानदारी के लिए जाने जाते हैं, ने सरकारी खजाने को नुकसान पहुंचाने की कोशिश को नाकाम कर दिया। तभी से आशु उपायुक्त को हटाने की योजना बना रहा था।
हालांकि, कई लोगों के लिए आश्चर्य की बात यह है कि आशु की पसंद अकालियों के चहेते अधिकारी और एक पदोन्नत आईएएस अधिकारी अमरपाल सिंह है, जो प्रसिद्ध लौह अयस्क घोटाले में सह-आरोपी था। अकाली सरकार ने अपने अंतिम चरण के दौरान इस अधिकारी को बेवजह आरोपों से मुक्त कर दिया था, जिससे कई लोगों की आंखें नम हो गई थीं। लेकिन सूत्रों ने दावा किया कि आशु डीसी के रूप में अपनी पोस्टिंग के लिए आईएएस अधिकारी के मामले को उत्साह से आगे बढ़ा रहे हैं।
सूत्रों ने यह भी खुलासा किया कि मंत्री के दबाव के आगे पंजाब सरकार ने इस अधिकारी का नाम डीसी लुधियाना के लिए भी भेजा है। हालांकि, अधिकारियों और राजनीतिक नेताओं के एक वर्ग का मानना है कि इस तरह का कोई भी कदम राज्य सरकारों के लिए हानिकारक होगा, खासकर मुख्यमंत्री चरणजीत सिंह चन्नी के लिए क्योंकि उनकी स्वच्छ छवि खराब होगी। कांग्रेस के एक वरिष्ठ विधायक ने नाम न छापने की शर्त पर कहा कि विपक्ष मुख्यमंत्री के खिलाफ हमला दागने के लिए हथियार मुहैया करवाएगा और यह उनकी सरकार के हितों के खिलाफ होगा।