पंजाब के मुख्यमंत्री ने हरियाणा के बास्केटबॉल खिलाड़ी हार्दिक राठी के परिवार के साथ दुख साझा किया

0

– अभ्यास के दौरान दो राष्ट्रीय खिलाड़ियों की मौत से हरियाणा के जर्जर खेल ढांचे की पोल खुली

– दुखद घटनाओं से खेल जगत सदमे में

– ऐसे हादसों को रोकने के लिए भारतीय खेल मंत्रालय सभी राज्यों से खेल मैदानों की वर्तमान स्थिति की रिपोर्ट मांगे

(Rajinder Kumar) लखनमाजरा (रोहतक), 27 नवंबर 2025: पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत सिंह मान ने आज यहां 16 वर्षीय राष्ट्रीय बास्केटबॉल खिलाड़ी हार्दिक राठी के परिवार के साथ दुख साझा किया, जिसकी कल गांव के खेल मैदान में अभ्यास के दौरान अचानक बास्केटबॉल का खंभा गिरने से मौत हो गई थी।

इस घटना को पूरे देश के लिए शर्मनाक बताते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि इस घटना से पूरा खेल जगत सदमे में है। उन्होंने कहा कि राठी के माता-पिता ने सपने में भी नहीं सोचा था कि देश का नाम रोशन करने के लिए अभ्यास करने गया बेटा लाश बनकर घर लौटेगा। भगवंत सिंह मान ने कहा कि उन्हें खेलों से बहुत प्यार है, इसलिए वे मृतक खिलाड़ी के परिवार के साथ दुख की इस घड़ी में संवेदना व्यक्त करने आए हैं।

मुख्यमंत्री ने कहा कि यह बहुत दुर्भाग्यपूर्ण है कि ग्रामीणों ने बास्केटबॉल मैदान की जर्जर हालत के बारे में कई बार शिकायतें की थीं, लेकिन किसी ने ध्यान नहीं दिया। इसलिए हरियाणा सरकार को इस लापरवाही की जिम्मेदारी लेनी चाहिए। मुख्यमंत्री ने पीड़ित परिवार के एक सदस्य को सरकारी नौकरी और उचित मुआवजा देने की मांग की।

मुख्यमंत्री ने कहा कि इस हादसे ने हरियाणा में जर्जर खेल ढांचे की पोल खोल दी है। उन्होंने कहा कि हरियाणा सरकार भले ही खेलों के मजबूत बुनियादी ढांचे के बड़े-बड़े दावे करती हो, लेकिन जमीनी स्तर पर हालात बद से बदतर हैं। उन्होंने कहा कि इस गांव के 47 से अधिक खिलाड़ी राष्ट्रीय या अंतरराष्ट्रीय स्तर पर देश का नाम रोशन कर रहे हैं, लेकिन इसके बावजूद हरियाणा सरकार ने इस गांव के खेल मैदान में कोई सुविधा नहीं दी, जिसके कारण यह हादसा हुआ। उन्होंने कहा कि सबसे दुख की बात यह है कि खेल मैदान के सुधार के लिए फंड भी जारी हो चुके हैं, लेकिन अभी तक एक पैसा भी खर्च नहीं किया गया। इसके लिए जवाबदेही तय होनी चाहिए।

मुख्यमंत्री ने हरियाणा के बहादुरगढ़ में बास्केटबॉल पोल गिरने से 15 साल के खिलाड़ी अमन कुमार की मौत पर भी दुख जताते हुए आवश्यक कार्रवाई की मांग की।

मुख्यमंत्री ने कहा कि भारतीय खेल मंत्रालय को देश के खेल मैदानों की वर्तमान स्थिति का पता लगाने के लिए सभी राज्यों से रिपोर्ट मांगनी चाहिए ताकि भविष्य में ऐसी कोई घटना न हो। उन्होंने कहा कि एक तरफ साल 2030 में भारत राष्ट्रमंडल खेलों की मेजबानी करने जा रहा है, वहीं दूसरी तरफ खराब खेल ढांचे के कारण खेल जगत के हीरे खो रहे हैं। उन्होंने कहा कि केंद्र सरकार को इस तरह की घटनाओं पर विचार करने की जरूरत है कि क्या हम विश्व स्तरीय खेल आयोजन कराने के योग्य हैं।

इस मौके पर मुख्यमंत्री ने कहा कि पंजाब में खेल संस्कृति को बढ़ावा देने के लिए 1194 करोड़ रुपए की लागत से पूरे राज्य में 3100 से अधिक अत्याधुनिक स्टेडियम बनाने का प्रोजेक्ट लागू किया गया है। उन्होंने कहा कि पंजाब सरकार खेलों के लिए विश्व स्तरीय सुविधाएं प्रदान कर रही है। भगवंत सिंह मान ने कहा कि हमारी सरकार ने खेलों का बजट बढ़ाकर एक हजार करोड़ रुपये कर दिया है। इसी तरह उभरते खिलाड़ियों को राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय मुकाबलों के लिए तैयार करने के लिए लगातार तीन साल से खेलो इंडिया (खेडा वतन पंजाब दीयां) का आयोजन किया जा चुका है, जिसमें लाखों खिलाड़ी हिस्सा लेते हैं।

About The Author

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *