पंजाब सरकार के अथक यत्नों स्वरूप जीएनडीयू एन. ए. सी. सी. में 3.85 स्कोर प्राप्त करने वाली भारत की एकमात्र राज्य/ केंद्रीय/ प्राइवेट यूनिवर्सिटी बनी

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 –  मुख्यमंत्री ने इस गौरवमयी उपलब्धि के लिए यूनिवर्सिटी स्टाफ और फेकल्टी को बधाई दी

चंडीगढ़,  20  दिसंबर  2022  :   राज्य के नौजवानों को मानक उच्च शिक्षा देने के लिए मुख्यमंत्री भगवंत मान के नेतृत्व वाली पंजाब सरकार द्वारा किये जा रहे ठोस यत्नों के नतीजे के तौर पर गुरू नानक देव यूनिवर्सिटी, अमृतसर ने एन. ए. ए. सी. में 3.85 अंक प्राप्त करके ए + + ग्रेड प्राप्त किया है, जिससे जीएनडीयू यह स्कोर प्राप्त करने वाली भारत की एकमात्र राज्य/केंद्रीय/ प्राइवेट यूनिवर्सिटी बन गई है।

टीचिंग, रिर्सच फैलोज़, नान-टीचिंग और विद्यार्थियों को बधाई देते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि यह शानदार उपलब्धि प्रत्येक की तरफ से किये गए अथक यत्नों का नतीजा है। उन्होंने कहा कि राज्य सरकार उच्च शिक्षा को बढ़ावा देने के लिए वचनबद्ध है जिससे पंजाब के नौजवान हर क्षेत्र में उपलब्धियां हासिल कर सकें। भगवंत मान ने आशा अभिव्यक्त की कि राज्य की सभी यूनिवर्सिटियाँ गुरू नानक देव यूनिवर्सिटी की तरह ही राज्य का नाम रौशन करेंगी।

ज़िक्रयोग्य है कि यूनिवर्सिटी ने 4 में से 3.85 अंक स्कोर करके ए + + उच्चतम ग्रेड हासिल करते हुये समूचे राज्य का नाम रौशन किया है। गुरू नानक देव यूनिवर्सिटी यह ग्रेड प्राप्त करने वाली देश की सभी सरकारी, निजी और केंद्रीय यूनिवर्सिटियों में से एकमात्र यूनिवर्सिटी बन गई है और देश भर की सभी संस्थाओं में से दूसरे नंबर पर है। टाटा इंस्टीट्यूट आफ सोशल सायंसिज़ (टी. आई. एस. एस.) 3.89 का उच्च ग्रेड हासिल करने वाली की दूसरी एकमात्र शैक्षिक संस्था है।

इस दौरान उच्च शिक्षा मंत्री गुरमीत सिंह मीत हेयर ने बताया कि यूनिवर्सिटी को मूल्यांकन और मान्यता के चौथे दौर के दौरान ए + + ग्रेड और 3.85 सीजीपीए के साथ मान्यता दी गई है, जो अगले सात सालों तक रहेगी। उन्होंने कहा कि गुरू नानक देव यूनिवर्सिटी ने 2014 के अपने पिछले ऐक्रीडीशन सर्कल के दौरान हासिल किये 3.51 के ग्रेड से बढ़ कर अब 3.85 का ग्रेड हासिल किया है। मीत हेयर ने कहा कि यूनिवर्सिटी ने नैक द्वारा मान्यता प्राप्त देश की सभी राज्य और केंद्रीय यूनिवर्सिटियों की अपेक्षा बेहतर प्रदर्शन किया है।

मंत्री ने कहा कि यह मूल्यांकन कामकाज और ऑर्गेनाईजेशनल फोकस के आधार पर अलग-अलग मुख्य पहलूओं के अंतर्गत सात मापदण्डों के आधार पर किया जाता है। उन्होंने कहा कि इन मापदण्डों में कोर्स के पहलू, अध्यापन-प्रशिक्षण और मूल्यांकन, अनुसंधान, नवीनताओं और विस्तार, बुनियादी ढांचा और प्रशिक्षण स्रोत, विद्यार्थी सहायता और तरक्की, गवर्नेंस, लीडरशिप और प्रबंधन, संस्थागत मूल्यों और बेहतर अभ्यास शामिल हैं। श्री मीत हेयर ने कहा कि यूनिवर्सिटी ने पिछले 5 सालों में अपने एच-इंडैक्स में 64 से 129 तक का विस्तार दर्ज किया है और हाई इम्पैक्ट फैक्टर जरनलों में कुल 19776 खोज लेख प्रकाशित किये हैं।

मंत्री ने कहा कि यूनिवर्सिटी ट्रांसलेशन रिर्सच और संस्थागत सलाह-मशवरे के प्रसार के लिए भी जानी जाती है और इसने अपने बुनियादी ढांचे और खोज सहूलतों को बेहतर बनाने के लिए कई केंद्रीय और राज्य ग्रांटों को भी आकर्षित करने में सफलता हासिल की है। उन्होंने कहा कि यूनिवर्सिटी को अध्यापन के लिए बुनियादी ढांचे, सीखने और खोज और वातावरण अनुकूल हरे-भरे कैंपस के लिए मान्यता दी गई है। मीत हेयर ने कहा कि खेल के क्षेत्र में भी यूनिवर्सिटी को इस साल लगातार 24वीं बार प्रसिद्ध मौलाना अबुल कलाम आज़म ट्रॉफी जीतने का श्रेय प्राप्त है।
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