भगवंत मान सरकार जन सेवाएं प्रदान करने नया मापदंड किया स्थापित
– 18 महीनों में बना बहुमंजिला सब-डिविजनल कॉम्प्लेक्स जनता को किया समर्पित
– मुख्यमंत्री ने राज्यभर में ऐसे और आधुनिक कॉम्प्लेक्स बनाने की घोषणा की
– कहा, युवाओं को सरकारी नौकरियां देने का अभियान जारी रहेगा
– लोगों ने उपचुनावों में विपक्ष को दिया करारा जवाब
दिड़बा (संगरूर), 30 नवंबर 2024: पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत सिंह मान ने जनसेवाएं प्रदान करने के क्षेत्र में एक नया मानदंड स्थापित करते हुए आज 10.80 करोड़ रुपए की लागत से 18 महीनों के रिकॉर्ड समय में बने अत्याधुनिक बहुमंजिला सब-डिविजनल कॉम्प्लेक्स जनता को समर्पित किया।
चार मंजिला इस इमारत जिसमें एसडीएम, तहसीलदार, बीडीपीओ, डीएसपी, सीडीपीओ और अन्य कार्यालय होंगे, को समर्पित करते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि उन्होंने मई 2023 में इस परियोजना का नींव पत्थर रखा था और यह रिकॉर्ड समय में पूरा हो गया। नौ एकड़ क्षेत्र में फैली यह परियोजना नागरिक केंद्रित सेवाएं समयबद्ध ढंग से प्रदान करेगी। भगवंत सिंह मान ने कहा कि लोगों की सुविधा के लिए राज्य भर में ऐसे आधुनिक तहसील काम्प्लेक्स बनाए जा रहे हैं।
मुख्यमंत्री ने कहा कि पिछली सरकारों ने जनता की सेवा के लिए ऐसे कदमों की ओर कभी ध्यान नहीं दिया। भगवंत सिंह मान ने कहा कि इससे पहले राज्य की बागडौर गलत हाथों में थी, जिस कारण राज्य का बड़ा नुकसान हुआ है। उन्होंने कहा कि आम आदमी पार्टी सरकार ने सत्ता संभालने के बाद से जनसेवा को प्राथमिकता दी है।
मुख्यमंत्री ने घोषणा की कि भविष्य की जरूरतों को ध्यान में रखते हुए ऐसी इमारतों का निर्माण किया जा रहा है। उन्होंने बताया कि राज्य सरकार ने अनुमानित लागत की तुलना में इस इमारत के निर्माण में डेढ़ करोड़ रुपए की बचत की है। भगवंत सिंह मान ने कहा कि इसी तरह चीमा में भी सब-डिवीजन कॉम्प्लेक्स का निर्माण हो रहा है, जिसे जल्द ही जनता को समर्पित किया जाएगा।
मुख्यमंत्री ने कहा कि उनके लिए यह गर्व और संतोष की बात है कि अब तक 49,427 युवाओं को सरकारी नौकरियां दी जा चुकी हैं और 3 दिसंबर को पटियाला में 700 अन्य उम्मीदवारों को नियुक्ति पत्र सौंपे जाएंगे। मुख्यमंत्री ने कहा कि इन युवाओं को पूरी तरह योग्यता के आधार पर नौकरियां मिली हैं। मान ने कहा कि भर्ती प्रक्रिया पूरी तरह निष्पक्ष और पारदर्शी तरीके से संपन्न की गई है।
मुख्यमंत्री ने बताया कि राज्य सरकार की जनहितैषी पहल के कारण पंजाब में युवाओं का रिवर्स माइग्रेशन देखने को मिल रहा है। विदेशों में बसे युवा अब राज्य में सरकारी नौकरियों के लिए लौट रहे हैं। भगवंत सिंह मान ने कहा कि पारदर्शी भर्ती प्रक्रिया के चलते सरकार के प्रति युवाओं का विश्वास बढ़ा है, जिससे वे विदेश जाने का विचार छोड़कर यहीं सरकारी नौकरियों की तैयारी कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि यह रिकॉर्ड पर है कि विदेश जाने के पुराने रुझान के विपरीत राज्य की शैक्षणिक संस्थाओं में युवाओं के दाखिलों में भारी वृद्धि देखने को मिल रही है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि राज्य सरकार पूरी ऊर्जा के साथ लोगों की सुविधा के लिए काम कर रही है। इसी प्रयास के तहत ग्रामीण सड़कों का नवीनीकरण किया जा रहा है। उन्होंने बताया कि इन सड़कों का आर्थिक विकास में बड़ा योगदान है और ये ग्रामीण क्षेत्रों के लोगों को अत्यधिक सुविधा प्रदान करती हैं। भगवंत मान ने इन सड़कों के निर्माण पर जोर देते हुए कहा कि इनमें से कई सड़कें अपनी छह साल की अवधि पूरी कर चुकी हैं, लेकिन उनका नवीनीकरण नहीं हुआ था।
मुख्यमंत्री ने कहा कि जब उन्होंने कार्यभार संभाला था, तब राज्य में केवल 21 प्रतिशत नहरों का पानी उपयोग में लाया जा रहा था। हालांकि आज यह गर्व व संतोष का विषय है कि आज यह आंकड़ा 84 प्रतिशत तक पहुंच गया है। भगवंत सिंह मान ने कहा कि राज्य सरकार के अनथक प्रयासों के चलते भूजल स्तर में सुधार हो रहा है और केंद्रीय रिपोर्ट के अनुसार, जल स्तर में एक मीटर की वृद्धि हुई है।
मुख्यमंत्री ने किसानों से गेहूं-धान के फसली चक्र से बाहर निकलकर फसल विविधीकरण अपनाने का आह्वान किया। उन्होंने कहा कि केंद्र सरकार को फसल विविधीकरण को प्रोत्साहन देने के लिए वैकल्पिक फसलों पर किसानों को न्यूनतम समर्थन मूल्य की गारंटी देनी चाहिए। भगवंत सिंह मान ने कहा कि पंजाब राज्य केंद्रीय पूल में 180 लाख मीट्रिक टन चावल का योगदान देकर देश में खाद्य सुरक्षा सुनिश्चित करता है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि देश को खाद्य सुरक्षा प्रदान करने वाले पंजाब के किसानों को प्रदूषण फैलाने के लिए जिम्मेदार ठहराया जाता है। उन्होंने इसे पूरी तरह अनुचित बताया, क्योंकि राज्य के मेहनती किसानों ने देश को अन्न उत्पादन में आत्मनिर्भर बनाने में अहम भूमिका निभाई है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि स्वास्थ्य, शिक्षा, बिजली, पानी और बुनियादी ढांचा उनकी सरकार की पांच प्रमुख प्राथमिकताएं हैं। उन्होंने स्पष्ट किया कि ये सुविधाएं मुफ्त नहीं हैं, क्योंकि लोग टैक्स के रूप में भारी धनराशि अदा करते हैं। उन्होंने कहा कि राज्य सरकार ने इन सुविधाओं के रूप में जनता का पैसा जनता को ही लौटाया है। उन्होंने कहा कि पहले यह पैसा नेताओं के घरों में जाता था, लेकिन अब इसे जनसेवा के लिए इस्तेमाल किया जा रहा है।
विपक्ष पर तीखा हमला मुख्यमंत्री ने उपचुनावों के परिणामों का हवाला देते हुए कहा कि इससे यह साबित हो गया है कि लोगों का आम आदमी पार्टी सरकार पर पूर्ण विश्वास है। उन्होंने कहा कि राज्य के समझदार लोगों ने ड्रामेबाज नेताओं को सत्ता से दूर कर, अपने हितों की बात करने वाले प्रतिनिधियों को चुना है। भगवंत सिंह मान ने दोहराया कि पारंपरिक पार्टियां उनसे ईर्ष्या करती हैं, क्योंकि वे एक सामान्य परिवार से संबंध रखते हैं।
मुख्यमंत्री ने कहा कि ये नेता मानते हैं कि उनके पास राज्य पर ईश्वरीय अधिकार है और इसी कारण उन्हें यह स्वीकार नहीं हो रहा कि एक आम आदमी राज्य को इतनी कुशलता से चला रहा है। उन्होंने कहा कि इन नेताओं ने लंबे समय तक लोगों को मूर्ख बनाया है, लेकिन अब लोग उनके गुमराह करने वाले प्रचार के झांसे में नहीं आएंगे। भगवंत सिंह मान ने कहा कि यह सच्चाई है कि कान्वेंट स्कूलों में पढ़े ये राजनीतिक नेता राज्य की बुनियादी जरूरतों से कभी अवगत नहीं हो सकते।
इससे पहले वित्त मंत्री हरपाल सिंह चीमा ने मुख्यमंत्री और अन्य अतिथियों का स्वागत किया।