पंजाब ओलम्पिक एसोसिएशन द्वारा टोक्यो ओलम्पिक खेलों में पदक विजेता हॉकी टीम और हिस्सा लेने वाले पंजाबी खिलाडिय़ों और प्रशिक्षकों का सम्मान
चंडीगढ़, 25 सितम्बर 2021 : पंजाब ओलम्पिक एसोसिएशन द्वारा टोक्यो ओलम्पिक खेल में काँस्य पदक जीतने वाली भारतीय हॉकी टीम और अन्य खेलों में हिस्सा लेने वाले पंजाबी खिलाडिय़ों और प्रशिक्षकों को सम्मानित किया गया है।
आज यहाँ चण्डीगढ़ में हुए सम्मान समारोह के दौरान एसोसिएशन के प्रधान ब्रह्म मोहिन्द्रा, वरिष्ठ उप प्रधान राजदीप सिंह गिल, सचिव जनरल राजा के.एस. सिद्धू, हॉकी पंजाब के सचिव परगट सिंह और भारतीय ओलम्पिक एसोसिएशन के उप प्रधान कुलदीप वत्स द्वारा समूह खिलाडिय़ों और प्रशिक्षकों को ‘सिलवर प्लेट’ से सम्मानित किया गया।
सम्मान प्राप्त करने वालों में ओलम्पिक्स में काँस्य पदक जीतने वाली भारतीय हॉकी टीम के खिलाड़ी मनप्रीत सिंह (कप्तान), हरमनप्रीत सिंह, मन्दीप सिंह, सिमरनजीत सिंह, हार्दिक सिंह, दिलप्रीत सिंह, वरुन कुमार, शमशेर सिंह, गुरजंट सिंह और कृष्ण बहादुर पाठक, हिस्सा लेने वाले खिलाड़ी मुक्केबाज़ सिमरनजीत कौर, निशानेबाज़ अंजुम मौदगिल, कोच शिवेदरा सिंह, महिन्दर सिंह ढिल्लों और सन्दीप कुमार शामिल थे।
समारोह के दौरान संबोधन करते हुए एसोसिएशन के प्रधान ब्रह्म मोहिन्द्रा ने कहा कि टोक्यो में उपलब्धियां प्राप्त करने वाले खिलाड़ी अपनी इस उपलब्धियों के बाद अगला लक्ष्य निश्चित करें और सख़्त मेहनत करें। उन्होंने आशा जताई कि अगले पैरिस ओलम्पिक खेल-2024 में खिलाड़ी और भी बेहतर प्रदर्शन करेंगे। उन्होंने कहा कि एसोसिएशन द्वारा राज्य सरकार के साथ मिलकर और सभी खेल ऐसोसीएशनों को साथ लेकर योजना बनाई जाएगी, जिससे नई पीढ़ी के खिलाड़ी आगे आएं।
हॉकी पंजाब के सचिव और पूर्व भारतीय हॉकी कप्तान परगट सिंह ने कहा कि खिलाडिय़ों की यह उपलब्धि लम्बे समय की सख़्त मेहनत का नतीजा है। उन्होंने कहा कि खिलाड़ी सबसे अधिक दिमाग़ वाले होते हैं जिनको कम समय के अंदर बड़ा फ़ैसला लेना होता है। उन्होंने कहा कि बतौर खेल डायरैक्टर के तौर पर उनकी तरफ से नई सिक्स-ऐ-साईड ऐस्टोटरफें स्थापित करने और प्रशिक्षक भर्ती करने का आज ओलम्पिक पदक के रूप में नतीजा मिला है। उन्होंने कहा कि पंजाब में खेल माहौल सृजन करने के लिए सभी को साथ लेकर चलना पड़ेगा और खिलाडिय़ों, प्रशिक्षकों और एसोसिएशनों की हिस्सेदारी के साथ ही खेल में आगे बढ़ा जा सकता है। उन्होंने कहा कि खेल सभ्याचार पैदा करने की ज़रूरत है, जिससे नशों को जड़ से उखाड़ा जा सकता है।
एसोसिएशन के वरिष्ठ उप प्रधान और पूर्व डी.जी.पी. राजदीप सिंह गिल ने कहा कि ओलम्पिक्स में पदक जीतने वाली भारतीय हॉकी टीम अब तक की सबसे फिट टीम थी, जिसने हर फील्ड में सर्वोत्तम प्रदर्शन किया। उन्होंने कहा कि डिफेंस पर और मेहनत करने की ज़रूरत है, जिससे अगली बार काँस्य पदक को स्वर्ण पदक में बदला जा सकता है। उन्होंने समूह हिस्सा लेने वाले खिलाडिय़ों की तारीफ़ करते हुए कहा कि खेल का असली मनोरथ खेल में हिस्सा लेना है, जीत-हार बाद की बात है। उन्होंने कहा कि प्रशिक्षकों को भी बनता सत्कार देना चाहिए। उन्होंने माँग की कि पंजाब सरकार महाराजा रणजीत सिंह पुरस्कार से प्रशिक्षकों के लिए द्रोणाचार्य अवॉर्ड की तजऱ् पर भी अवॉर्ड शुरू करे। उन्होंने कहा कि हॉकी सबसे आकर्षक खेल है और लम्बे समय के बाद भारतीय हॉकी ने गौरव हासिल किया है, जिसमें सबसे अधिक योगदान पंजाब का था।
एसोसिएशन के सचिव जनरल राजा और पूर्व निशानेबाज़ के.एस. सिद्धू ने कहा कि इस बार ओलम्पिक में पदक जीतकर हॉकी खिलाडिय़ों ने पंजाब का सिर गर्व से ऊँचा किया है। उन्होंने कहा कि पंजाब शुरू से ही खेलों में अग्रणी रहा है। उन्होंने कहा कि पंजाब ओलम्पिक भवन में पंजाब के खिलाडिय़ों की उपलब्धियों को दिखाता ‘हॉल ऑफ फेम’ बनकर तैयार है जिसका नवंबर महीने में उद्घाटन किया जाएगा।
भारतीय ओलम्पिक एसोसिएशन के उप प्रधान कुलदीप वत्स ने पंजाब ओलम्पिक एसोसिएशन के इस प्रयास की सराहना करते हुए कहा कि खिलाडिय़ों का मान-सम्मान और उपलब्धियों के लिए प्रेरित करता है।
इस अवसर पर एसोसिएशन के मीडिया सलाहकार नवदीप सिंह गिल द्वारा टोक्यो ओलम्पिक्स के खिलाडिय़ों के बारे में बनाई गई फि़ल्म दिखाई गई, जिसमें हॉकी टीम द्वारा किए गए सभी 25 गोल भी दिखाए गए, जिनमें से 23 गोल पंजाबी खिलाडिय़ों ने किए थे। मंच संचालन एथलैटिक्स प्रशिक्षक सुखविन्दर सिंह सुक्खी ने किया।
समारोह में पंजाब ओलम्पिक एसोसिएशन के अधिकारी पद्म श्री करतार सिंह, तेजा सिंह धालीवाल, सिकन्दर सिंह मलूका, के.वी.एस. सिद्धू, अर्जुन पुरस्कार विजेता तारा सिंह, आर.के. बाली, के.वी.एस. बराड़, मनिन्दर कौर विर्क, कुलविन्दर सिंह थियाड़ा, प्रभजीत सिंह, जसबीर सिंह गिल, अनिल अरोड़ा, सन्दीप सैनी के अलावा खिलाडिय़ों में से द्रोणाचार्य पुरस्कार विजेता गुरबख़्श सिंह संधू, द्रोणाचार्य पुरस्कार विजेता बलदेव सिंह, द्रोणाचार्य पुरस्कार विजेता एस.एस. पन्नू, पद्म श्री बहादुर सिंह, ध्यान चंद पुरस्कार विजेता अजीत सिंह, मॉस्को ओलम्पिक गोल्ड मैडलिस्ट दविन्दर सिंह गरचा, अर्जुन पुरस्कार विजेता बलजीत सिंह ढिल्लों, अर्जुन पुरस्कार विजेता माधुरी सक्सेना, ओलम्पियन हरदीप सिंह गरेवाल, जूनियर विश्व कप विजेता हॉकी खिलाड़ी तेजबीर सिंह, एथलीट हरमिलन बैंस और चण्डीगढ़ ओलम्पिक एसोसिएशन के प्रधान अमरिन्दर सिंह बजाज भी उपस्थित थे।