गऊमाता एवं गौवंश की रक्षा के लिए मोदी जी घोषित करें राष्ट्रीय जीव : सचिन शर्मा
पटियाला, 13 सितम्बर 2021 : गऊमाता एवं गौवंश की रक्षा हेतु प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से भारतीये राष्ट्रीये जीव घोषित करवाने के लिए हिन्दू सनात्नी ब्रहमणौं ने मीटिंग में लिया संकलप। पंजाब गऊ सेवा कमिशन के चेयरमैन सचिन शर्मा ने दिल कि गहराई से सभी आदरणीये ब्राह्मणौं का धन्यवाद करते हूए कहा कि सबसे पहली बात ये है कि हम भारतीये हैं और हमारे पवित्र वेदों-ग्रंथों के अनुसार और ऋषि मुनियों के उपदेशों अनुसार हमारे बुजुर्गो और पूर्वजों ने हमें गऊमाता / गौवंश की सेवा संभाल के साथ जोड़ा है साथ ही हमें इसका मह्त्व,वैभव और रक्षा हेतु भी बताया है। युगों युगों से सर्वधर्म का पोषण करने वाली गऊमाता भारतीये संस्कृति की जीती जागती मिसाल है हम सबकी पूज्निये है और इसीलिए माँ समान स्नेह प्यार देने वाली सनात्नी हिन्दू धर्म की आस्था का प्रतीक है।
पंजाब गऊ सेवा कमिशन की ओर से समय समय पर गऊधन कल्याण के लिए काम किए जाते रहे हैं और इनकी समस्त मुश्किलों को भी जिनमें चिकित्सा,सेवा ,सम्भाल , हरा चारा, तूडी, साफ पानी , बिजली और नस्ल सुधार पर प्रगतिशील रूप से संज्ञान लिया जाता रहा है । प्रदेश में पहली बार माननीये मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिदर सिंह जी के दिशा निर्देश से 200 के करीब गऊ भलाई चिकित्सा कैंपों की पहली बार प्रदेश में शुरुआत कज गई जो अभी भी जारी है ।
समय समय पर इनकी जांच पशुपालन विभाग के डाक्टरोँ द्वारा की जाती हैं। जन जन को गौवंश की सेवा संभाल और इसके म्हत्व के साथ जोड़ने के लिए सैमिनार, डेयरी विकास को भदावा देने से लेकर गाय की देसी नस्ल की प्रजातियों को प्रफुल्लत करने के लिए प्रोजेक्ट साहिवाल की शुरुआत की गई। गौवंश की रक्षा के लिए प्रदेश के सभी डी सी और एस एस पीज को दिशा निर्देश जारी कर चेक पोस्टों पर सुरक्षा और पुख्ता करने के लिए और गऊधन तस्करी रोकने के लिए आदेश जारी किए गए।
करोना वायरस महामारी के चलते जहाँ सरकार लोगों को इस से बचाने के लिए हर संभव प्रयास कर रही थी जो आज भी जारी हैं उस समय भी गौवंश को हरे चारे, तूडी और चिकित्सा सम्भंधि हर संभव जरूरत को पूरा किया गया। शर्मा ने कहा कि गऊधन के लिए समय समय पर सरकार संज्ञान तो लेतीं है पर इस सेवा के साथ जनता को भी अपना योगदान देना चाहिए।
शर्मा ने श्री मोदी जी प्रधानमंत्री भारत सरकार को पत्र के माध्यम से सत्य स्नातन धर्म की रीढ गऊमाता एवं गौवंश को बचाने हेतु आग्रह किया है जिसकी जानकारी आज उन्होनें आए हूए विभिन्न ब्राह्मण सभाओं के प्र्धानो से सान्झा की और कहा कि हमें एकजुट होकर निसन्कोच , निषकाम और बिना किसी दबाव या भेद भाव के एक बुलंद आवाज हश्ताक्षर अभियान के रूप में प्रत्येक सनात्नी धर्मावलंबी के हृदय की आस्था को केंद्र सरकार तक पहुंचानी होगी ।
सचिन शर्मा ने मांग की देश की गोचर भूमि पर ध्यान दिया जाए जिससे गऊधन को आबन्डीत जमीन उन्हें कब्ज़धारियों से वापिस लेकर गऊधन भलाई के लिए उपयोगी बनाया जाए । इसीलिए गोवंश आज बेसहारा सड़कों पर आसहाए घूमते पाएं जाते हैं उन्हें स्थाई आश्रह नहीं मिलता । जिसके चलते जहां गौवंश सडकों पर कडा कर्कट खाने को मजबूर है वहीँ दूसरी ओर सड़की हादसों में लाखों लोगों का जानी माली नुक्सान होता है और गऊधन की भी जान जाती है।
अगर देश में गऊमाता को बनता संमान ना मिला तो ये इसी प्रकार तस्करी के माध्यम से इधर से उधर ले जाई जाती रहेगी और गौ वध को बढावा मिलेगा जिससे असमाजिक तत्वों और धार्मिक भावनाओं को आहत करने वाले लोगों इन हत्यारों के होंसले बुलंद होते रहेंगे, कियुंकि ना तो कोई ठोस कानून है ना इन लोगों को किसी का डर। इनका मकसद सिर्फ गऊ हत्या कर धन कमाना और प्रदेश में आपसी प्रेम, लगाव और भाईचारिक सांझ को ठेस पहुंचना है जिसे सनात्नी हिन्दू-धर्म कभी भी बर्दाश्त नहीं कर सकता।
हमारी आस्था का प्रतीक गऊमाता को भारतीये संस्कृति का प्रतीक मानते हुए जल्द राश्ट्रीये जीव घोषित किया जाए ताकि इसे संमान मिले और इसपर क्रूरता या वध करने पर सजाए मौत का प्रावधान हो और गऊधन तस्करी करने वाले लोगों की सम्पति ज्प्त की जाए । यदि गाय बचेगी तो बायो गैस बनेगी,दूध मिलेगा , डेयरी टेक्नोलॉजी को भढ़ावा मिलेगा। बागवानी हेतु बिना केमिकल की खाद मिलेगी । अच्छे कीटनाशक गो मूत्र से त्यार होंगें । रासायनिक खाद पर दी जा रही सब्सिडी से राहत व विदेशी मुद्रा भी बचेगी।
सविधान्ं के अध्याय 4 के अनुचछेद 48 में वंचित सुधार कर के गौवंश हत्या पर पूर्ण रूप से पाबंदी लागू की जाए और इसे लेकर सभी राज्यों में एक समान कानून हो। आज जरूरत है देश में सफेद क्रांती की जिसके तहत गऊमाता के दूध का कर्ज हमें गऊमाता को बनता संमान देकर चुकाना होगा ।
मेरा सभी गऊ माता के भक्तोँ , हिन्दू सनात्नी सोच से जुडे सभी साधु संत, ब्राह्मण समाज के लोगों , बुधिजिवी वर्ग,संत समाज , गैर सरकारी संस्थाओं और गऊशालाओँ की कमेटीयों से हाथ जोड़कर आग्रह है कि इस अभियान में बढ़ चढ़ कर अपना योगदान हस्ताक्षर कर दें और प्रधानमंत्री जी से निवेदन है कि देश तभी विकास पथ पर अग्रसर और विजय प्राप्त कर सकेगा जब हम गऊमाता को राट्रमाता की भान्ति सत्कार देंगे। मै प्रधानमंत्री जी से आशा की उम्मीद करता हूँ। इस अवसर पर श्री शिव कुमार शर्मा, धर्मेश दत्त शर्मा, श्री राकेश शर्मा, श्री राजिंदर शर्मा, श्री बनवारी लाल शर्मा, श्री वीनायक शर्मा, श्री राज किशोर,श्री आर वी वशिस्ठ,श्री सोहन लाल शर्मा और श्री ईश्वर चंद शर्मा भी विशेष रूप से ऊपस्थित थे।