एल एंड टी कंपनी द्वारा ‘चढ़दी कला मिशन’ के लिए पाँच करोड़ रुपये का योगदान

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– बाढ़ पीड़ितों की भलाई और पुनर्वास के लिए एक-एक पैसे का उपयोग समझदारी से किया जाएगा: मुख्य मंत्री

(Rajinder Kumar) चंडीगढ़, 6 अक्तूबर 2025: बहुराष्ट्रीय कंपनी लार्सन एंड टुब्रो (एल एंड टी) के कर्मचारियों और प्रबंधकों ने मानवीय दृष्टिकोण अपनाते हुए मुख्यमंत्री भगवंत सिंह मान द्वारा बाढ़ पीड़ितों की सहायता के लिए शुरू किए गए ‘चढ़दी कला मिशन’ में पाँच करोड़ रुपये का योगदान दिया है।

एल एंड टी बोर्ड के निदेशक डी.के. सेन, नाभा पावर प्लांट के सीईओ सुरेश नारंग, चंडीगढ़ शाखा के प्रबंधक जसवंत सिंह और नाभा पावर प्लांट के प्रशासनिक प्रमुख गगनवीर चीमा ने मुख्यमंत्री को सहायता राशि का चेक सौंपते हुए कहा कि राज्य के बाढ़ पीड़ितों की मदद करना कंपनी अपना नैतिक दायित्व समझती है। उन्होंने कहा कि वे बाढ़ से प्रभावित क्षेत्रों की सहायता के लिए आगे आए हैं और कंपनी व उसके प्रबंधन ने पंजाब सरकार को पाँच करोड़ रुपये का योगदान दिया है। उन्होंने कहा कि कंपनी इस संकट की घड़ी में प्राकृतिक आपदा से प्रभावित लोगों के साथ एकजुट होकर खड़ी है।

इस अवसर पर मुख्यमंत्री भगवंत सिंह मान-  ने कहा कि ‘चढ़दी कला मिशन’ एक ऐसा अभियान है जिसका उद्देश्य पंजाब में बाढ़ पीड़ितों की सहायता करना है। उन्होंने इस नेक पहल के लिए कंपनी का हृदय से धन्यवाद करते हुए कहा कि अनेक समाजसेवी पहले ही इस मिशन को सहयोग देने के लिए आगे आ चुके हैं।

मुख्यमंत्री ने बताया कि ‘मिशन चढ़दी कला’ एक वैश्विक स्तर पर शुरू की गई फंड एकत्र करने की मुहिम है, जिसका मकसद वर्ष 2025 की बाढ़ से प्रभावित लोगों के पुनर्वास के लिए राज्य सरकार के प्रयासों में सहयोग जुटाना है।

इस पहल की भावना को दोहराते हुए मुख्यमंत्री ने कहा, “जैसे ‘चढ़दी कला’ का अर्थ होता है— कठिन से कठिन समय में भी हौसला और उम्मीद बनाए रखना, उसी तरह मिशन चढ़दी कला दुनिया भर के पंजाबी भाइयों-बहनों को संकट के समय एक परिवार की तरह एकजुट होने का संदेश देता है।”

उन्होंने आशा व्यक्त की कि विश्वभर में बसे पंजाबी अपने सपनों के पंजाब के पुनर्निर्माण के लिए उदारतापूर्वक योगदान देते रहेंगे। पारदर्शिता और जवाबदेही का आश्वासन देते हुए मुख्यमंत्री ने दोहराया कि एकत्र किया गया एक-एक पैसा बाढ़ पीड़ितों की भलाई और पुनर्वास के लिए पूरी समझदारी और ईमानदारी से खर्च किया जाएगा।

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