केजरीवाल और भगवंत सिंह मान ने लोगों को नशे के विरुद्ध जंग में योद्धा बनने की शपथ दिलाई

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– मुख्यमंत्री ने राज्य से नशे के पूर्ण खात्मे तक लड़ाई जारी रखने की प्रतिबद्धता दोहराई

– नशे को राज्य के चेहरे पर धब्बा बताया और कहा कि पंजाब इस धब्बे को धोने के लिए दृढ़

(Rajinder Kumar) लंगड़ोआ (एस.बी.एस. नगर), 16 मई 2025: आम आदमी को नशे के विरुद्ध जंग का अभिन्न अंग बनाने के प्रयास के तहत पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत सिंह मान और आम आदमी पार्टी (आप) के राष्ट्रीय संयोजक अरविंद केजरीवाल ने शुक्रवार को राज्य के निवासियों को नशे के विरुद्ध लड़ाई में योद्धा बनने की शपथ दिलाई।

यहां एक समारोह में मुख्यमंत्री ने शपथ दिलाते हुए नशे के विरुद्ध जंग में लोगों के पूर्ण समर्थन और सहयोग की अपील की। उन्होंने कहा कि नशे की लानत राज्य के चेहरे पर एक धब्बा है और इस लानत को मिटाने के लिए राज्य सरकार को रणनीति बनाने में दो साल से अधिक समय लगा। भगवंत सिंह मान ने कहा कि अब नशे की सप्लाई लाइन तोड़ दी गई है और ऐसे घिनौने अपराधों में शामिल बड़ी मछलियों को सलाखों के पीछे डाल दिया गया, नशा पीड़ितों का पुनर्वास सुनिश्चित किया गया और यहां तक कि नशा तस्करों की जायदाद भी जब्त करके नष्ट कर दी गई।

मुख्यमंत्री ने कहा कि राज्य सरकार ने ‘युद्ध नशों विरुद्ध’ के रूप में नशे के विरुद्ध जंग शुरू की है, जिसका उद्देश्य राज्य को साफ-सुथरा बनाना है। उन्होंने नशे के विरुद्ध इस जंग को लोक लहर में बदलने के लिए लोगों से पूर्ण सहयोग मांगा। भगवंत सिंह मान ने कहा कि जिस तरह इस गांव ने पुलिस को पूरा सहयोग देने के बाद अपने आप को नशा मुक्त घोषित किया है, उसी तरह इसे राज्य के अन्य हिस्सों में भी दोहराया जाना चाहिए।

मुख्यमंत्री ने कहा कि यदि पंजाबियों ने राज्य को नशा मुक्त बनाने का दृढ़ इरादा कर लिया है तो हमें इस नेक कार्य से कोई नहीं रोक सकता। उन्होंने कहा कि इस पवित्र धरती के हर इंच को महान गुरुओं, संतों, पीरों और शहीदों का चरण स्पर्श प्राप्त है, जिन्होंने हमें जुल्म और बेइंसाफी का विरोध करने का रास्ता दिखाया है। भगवंत सिंह मान ने कहा कि उनके नक्शेकदम पर चलते हुए राज्य सरकार ने नशे के विरुद्ध जंग छेड़ी है।

मुख्यमंत्री ने कहा कि यह देखकर खुशी होती है कि इस समारोह में बड़ी संख्या में महिलाएं हिस्सा ले रही हैं, जो अच्छा संकेत है। उन्होंने कहा कि यदि महिलाएं किसी भी खतरे को खत्म करने के लिए इतनी बड़ी संख्या में लामबंद होती हैं तो यह बहुत जल्दी खत्म हो जाएगा। भगवंत सिंह मान ने कहा कि वह दिन दूर नहीं, जब राज्य की महिलाओं की सक्रिय भागीदारी से राज्य पूरी तरह नशा मुक्त हो जाएगा।

इस दौरान मुख्यमंत्री ने कहा कि राज्य सरकार शिक्षा के माध्यम से लड़कियों को अधिक अधिकार देने के लिए ठोस प्रयास कर रही है। राज्य भर के सरकारी स्कूलों में 10,000 छात्राओं को आवाजाही की सुविधा प्रदान की गई है। उन्होंने कहा कि आजकल लड़कियां हर क्षेत्र में लड़कों से आगे बढ़ रही हैं, जिनमें वे क्षेत्र भी शामिल हैं, जिनमें अब तक आदमियों का वर्चस्व था। भगवंत सिंह मान ने कहा कि बराबरी वाला समाज सृजित करने के लिए और समाज तथा राज्य के व्यापक हित में महिलाओं का सशक्तिकरण बहुत जरूरी है।

मुख्यमंत्री ने कहा कि पंजाबी वैश्विक नागरिक हैं, जिन्होंने दुनिया के हर कोने में अपने लिए अलग मुकाम बनाया है। उन्होंने कहा कि मौका मिलने पर मेहनती और ऊर्जावान पंजाबी अब हर क्षेत्र में सफलता हासिल कर रहे हैं। भगवंत सिंह मान ने कहा कि लोगों के सक्रिय समर्थन और सहयोग से राज्य सरकार रंगला पंजाब बनाने पर जोर दे रही है और नशे के विरुद्ध जंग इसका एक हिस्सा है।

मुख्यमंत्री ने कहा कि पहले के समय के विपरीत जब राज्य के नेता पंजाब के हितों को खतरे में डालते थे, आज राज्य सरकार राज्य के समग्र विकास और खुशहाली पर ध्यान केंद्रित कर रही है। उन्होंने कहा कि पहले नेता लोगों से मिलने से डरते थे, जबकि आज राज्य सरकार लोगों से बातचीत कर रही है और उनसे प्रतिक्रिया ले रही है। भगवंत सिंह मान ने कहा कि राज्य के लोगों को सामाजिक-आर्थिक विकास में सक्रिय भागीदार बनाकर उनके हितों की रक्षा के लिए हर संभव प्रयास किए जाएंगे।

एक मिसाल देते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि राज्य सरकार ने केंद्र, बी.बी.एम.बी. और हरियाणा सरकार की राज्य के पानी की चोरी करने की कोशिश का सख्त विरोध किया। भगवंत सिंह मान ने कहा कि पहले वाले नेता अपने निजी हितों के लिए पानी की चोरी होने देते थे, लेकिन राज्य के पानी के रखवाले होने के नाते वे ऐसा कभी नहीं होने देंगे। उन्होंने कहा कि पंजाब ने अपनी नहर प्रणाली को अपग्रेड किया है, इसलिए अब आने वाले धान के सीजन के मद्देनजर राज्य के किसानों की जरूरतों को पूरा करने के लिए पानी की जरूरत है। उन्होंने स्पष्ट तौर पर कहा कि पंजाब के पास दूसरे राज्यों को देने के लिए एक बूंद पानी भी फालतू नहीं है।

मुख्यमंत्री ने कहा कि राज्य सरकार राज्य में स्वास्थ्य और शिक्षा प्रणाली को पुनर्जीवित करने के लिए ठोस प्रयास कर रही है। उन्होंने कहा कि अब तक अपने बच्चे को सरकारी स्कूल में भेजना आम आदमी की मजबूरी थी, लेकिन अब शिक्षा प्रणाली को नया रूप देने के कारण लोग अपनी इच्छा के अनुसार बच्चों को सरकारी स्कूलों में भेज रहे हैं। भगवंत सिंह मान ने कहा कि विद्यार्थियों को गुणवत्तापूर्ण शिक्षा देने के लिए राज्य भर में स्कूल ऑफ एमिनेंस स्थापित किए गए हैं।

मुख्यमंत्री ने कहा कि राज्य सरकार समाज के हर वर्ग खासकर युवाओं के कल्याण के लिए प्रतिबद्ध है, जिसके लिए कोई कसर बाकी नहीं छोड़ी जाएगी। उन्होंने कहा कि राज्य सरकार विद्यार्थियों को विभिन्न प्रतियोगिताओं के लिए तैयारी करने के लिए हर संभव प्रयास कर रही है। उन्होंने कहा कि अब विद्यार्थी शिक्षा के क्षेत्र में शानदार प्रदर्शन कर रहे हैं। भगवंत सिंह मान ने कहा कि उनका ध्यान राज्य के सर्वपक्षीय विकास और लोगों की खुशहाली सुनिश्चित करने पर है।

मुख्यमंत्री ने कहा कि यह बहुत गर्व और तसल्ली वाली बात है कि राज्य के युवाओं को 54000 से अधिक नौकरियां प्रदान की गई हैं। उन्होंने कहा कि सभी नौकरियां बिना किसी भ्रष्टाचार या भाई-भतीजावाद के पूरी तरह योग्यता के आधार पर दी गई हैं। भगवंत सिंह मान ने कहा कि यह युवाओं को पंजाब के सामाजिक-आर्थिक विकास में सक्रिय भागीदार बना रहा है।

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