मुख्यमंत्री द्वारा धार्मिक नेताओं से संकट की इस घड़ी में सांप्रदायिक सद्भाव, भाईचारे और शांति के सिद्धांतों को और मजबूत करने की अपील

– राजभवन में सर्व धर्म बैठक में लिया हिस्सा
– कहा कि पंजाब की उपजाऊ धरती पर कुछ भी उग सकता है, पर नफरत के बीज नहीं
– सोशल मीडिया पर अफवाहें फैलाने और नफरत भरे भाषण देने वालों के विरुद्ध सख्त कार्रवाई का भरोसा
(Rajinder Kumar) चंडीगढ़, 10 मई 2025: पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत सिंह मान ने आज धार्मिक नेताओं से अपील की कि वे संकट की इस घड़ी में सांप्रदायिक सद्भाव, भाईचारे की सांझ और शांति के सिद्धांतों को मजबूत करने के लिए दूत के रूप में काम करें।
यहाँ राजभवन में सर्व धर्म बैठक के दौरान इकट्ठ को संबोधित करते हुए मुख्यमंत्री ने राज्यपाल गुलाब चंद कटारिया की उपस्थिति में कहा कि पंजाब की धरती बहुत उपजाऊ है, जिस पर कुछ भी उग सकता है पर नफरत और बैर के बीज नहीं। उन्होंने कहा कि पंजाब महान गुरुओं, संतों और पीर-पैगंबरों की पवित्र धरती है जिन्होंने हमें आपसी प्यार और सहिष्णुता का रास्ता दिखाया है। भगवंत सिंह मान ने आगे कहा कि लोगों में सामाजिक सांझ पहले ही अधिक मजबूत है और धार्मिक नेताओं को इसे और मजबूत करने के लिए आगे आना चाहिए।
मुख्यमंत्री ने कहा कि भारत और पाकिस्तान के बीच तनाव बढ़ने के मद्देनजर यह बहुत जरूरी है। उन्होंने कहा कि भले ही यह मीटिंग एकदम बुलाई गई है पर यह खुशी की बात है कि इस मीटिंग ने इन चुनौतीपूर्ण समयों के दौरान एकता और शांति की मजबूती के लिए धार्मिक नेताओं को एक मंच पर लाया है। भगवंत सिंह मान ने इस बात पर जोर दिया कि पंजाब देश का धर्मनिरपेक्ष राज्य है जहाँ नफरत के लिए कोई जगह नहीं है। उन्होंने साथ ही कहा कि हमें आपसी सहयोग, सहिष्णुता और प्यार के बंधन को और मजबूत करने की जरूरत है जिसके लिए धार्मिक नेता मुख्य भूमिका निभा सकते हैं।
मुख्यमंत्री ने कहा कि सोशल मीडिया पर धर्मों और लोगों के बीच दुश्मनी पैदा करने वाले नफरत भरे भाषणों से सख्ती से निपटा जाएगा और ऐसे लोगों के विरुद्ध सख्त कार्रवाई अमल में लाई जाएगी। उन्होंने धार्मिक नेताओं से अपील की कि वे ऐसी घिनौनी हरकतों को तुरंत सरकार के ध्यान में लाएं ताकि इस पर जल्द कार्रवाई की जा सके। भगवंत सिंह मान ने लोगों से इस संकट की घड़ी में फौज के जवानों के परिवारों के साथ सामाजिक सांझ और एकता दिखाने की अपील भी की ताकि उनका मनोबल और बढ़ाया जा सके।
मुख्यमंत्री ने सरबत दे भले’ (सबका भला) को सुनिश्चित बनाने के लिए राज्य सरकार की वचनबद्धता को दोहराया और इस नेक कार्य के लिए धार्मिक नेताओं की एकजुटता और समर्थन के लिए धन्यवाद किया। उन्होंने जोर देकर कहा कि देश की एकता, अखंडता और प्रभुसत्ता की रक्षा करना समय की जरूरत है। भगवंत सिंह मान ने कहा कि भारतीय फौज में सभी धर्मों के बहादुर सैनिक शामिल हैं और पंजाब धर्म, जाति या नस्ल की परवाह किए बिना सभी के साथ मजबूती से खड़ा है।
मुख्यमंत्री ने दोहराया कि लोगों को उस जगह पर न जाएं जहाँ ड्रोन या मिसाइल का कोई भी हिस्सा मिलता है क्योंकि निष्क्रिय किए जाने से पहले यह नुकसानदेह हो सकता है। आम लोगों से पूर्ण समर्थन और सहयोग की मांग करते हुए उन्होंने राज्य के निवासियों से अपील की कि यदि वे कोई मिसाइल या बैलिस्टिक सामग्री देखते हैं तो तुरंत पुलिस को सूचित करें। भगवंत सिंह मान ने उन्हें ऐसी खतरनाक चीजों के पास जाने या छूने से सावधान रहने के लिए कहा क्योंकि यह उनके लिए घातक हो सकती हैं।
मुख्यमंत्री ने कहा कि भारत की हथियारबंद फौजें पाकिस्तान की ऐसी कार्रवाइयों का उचित जवाब देने के लिए पूरी तरह से समर्थ हैं और इसके लिए कोई कसर बाकी नहीं छोड़ी जाएगी।
पंजाब की बहादुरी और असीम हौसले से लबरेज विरासत के बारे में बात करते हुए उन्होंने कहा कि समूचा राज्य भारतीय फौज के साथ मजबूती से खड़ा है और इस नेक कार्य के लिए कोई कसर बाकी नहीं छोड़ी जाएगी। भगवंत सिंह मान ने कहा कि राज्य सरकार देश की एकता, अखंडता और प्रभुसत्ता की रक्षा के लिए पहले ही हथियारबंद फौजों को हर संभव मदद दे रही है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि राज्य में जरूरी वस्तुओं की कोई कमी नहीं है और लोगों को इस संकट की घड़ी में जरूरत से ज्यादा खरीदारी से परहेज करना चाहिए। उन्होंने लोगों से अपील की कि वे संकट के इन दिनों के दौरान किसी भी चीज की चिंता न करें क्योंकि राज्य सरकार ने पहले ही सभी जरूरी वस्तुओं के लिए व्यापक प्रबंध किए हुए हैं। भगवंत सिंह मान ने कहा कि किसी भी आवश्यक वस्तु की कोई कमी नहीं है और इसलिए लोगों को घबराने की कोई जरूरत नहीं। उन्होंने आगे कहा कि जान-बूझकर जरूरी वस्तुओं की कमी पैदा करने की कोशिश करने वाले किसी भी व्यक्ति से सख्ती से निपटा जाएगा ताकि राज्य के निवासियों को कोई मुश्किल पेश न आए।
मुख्यमंत्री ने जमाखोरी और कालाबाजारी के विरुद्ध स्पष्ट चेतावनी दी और राज्य के निवासियों को भरोसा दिलाया कि इन चुनौतीपूर्ण समयों के दौरान राज्य के पास हर चीज की पर्याप्त आपूर्ति है। उन्होंने लोगों से अपील की कि रात के समय यात्रा करने से परहेज किया जाए और अनावश्यक घबराहट या बेचैनी से बचा जाए। भगवंत सिंह मान ने आगे ऐलान किया कि नागरिकों को तैयार रखने के लिए मॉक ड्रिल के अभ्यास जारी रहेंगे और साथ ही सिविल डिफेंस ट्रेनिंग के प्रयास भी तेज किए जाएंगे।
इस मौके पर मुख्य सचिव के.ए.पी. सिन्हा, डी.जी.पी. पंजाब गौरव यादव, मुख्यमंत्री के प्रमुख सचिव डॉ. रवि भगत और अन्य मौजूद थे।