भगवंत मान सरकार ने अब तक 500 से अधिक शिक्षकों को प्रशिक्षण के लिए विदेशों और देश की प्रतिष्ठित संस्थाओं में भेज कर एक नया मील का पत्थर स्थापित किया

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– अन्य देशों की शिक्षा प्रणाली को समझने, प्रेरणादायक बनाने और अध्यापन प्रशिक्षण के चरणबद्ध प्रभाव सृजन के उद्देश्य के प्रति समर्पित कार्यक्रम

चंडीगढ़, 18 अक्टूबर 2024 : सरकारी स्कूलों में विद्यार्थियों को गुणवत्तापूर्ण शिक्षा प्रदान करने के लिए प्रदेश के शिक्षकों की कौशल उन्नति हेतु मुख्यमंत्री भगवंत सिंह मान के नेतृत्व वाली सरकार की दृढ़ प्रतिबद्धता के तहत अब तक राज्य सरकार ने 500 से अधिक शिक्षकों को सिंगापुर, फिनलैंड और देश के भीतर प्रतिष्ठित संस्थान आईआईएम जैसे संस्थानों में प्रशिक्षण के लिए भेज चुकी है।

शिक्षक प्रशिक्षण कार्यक्रम के महत्व का जिक्र करते हुए मुख्यमंत्री ने कहा, “इस कार्यक्रम का मुख्य उद्देश्य सरकारी स्कूलों में पढ़ रहे विद्यार्थियों को कॉन्वेंट स्कूलों के छात्रों के साथ वैश्विक स्तर पर प्रतिस्पर्धा करने के योग्य बनाना है।”

मुख्यमंत्री ने कहा कि शिक्षकों और स्कूल प्रमुखों की योग्यता और क्षमता सीधे तौर पर विद्यार्थियों के सीखने के स्तर और स्कूलों के प्रदर्शन को प्रभावित करती है। इसके पीछे की पृष्ठभूमि का जिक्र करते हुए उन्होंने कहा कि राज्य सरकार ने इस उम्मीद के साथ यह कार्यक्रम शुरू किया था कि स्कूल शिक्षकों और प्रमुखों को विदेशी देशों की संस्थाओं का दौरा कराते हुए अन्य देशों की शिक्षा प्रणालियों को गहराई से समझने, प्रेरणादायक बनाने और अध्यापन प्रशिक्षण के बेहतर तरीकों से चरणबद्ध प्रभाव उत्पन्न किया जा सके।

भगवंत सिंह मान ने कहा कि इस उद्देश्य को मूर्त रूप देने के लिए एस.सी.आई.आर.टी. में अंतर्राष्ट्रीय शिक्षा मामलों का प्रकोष्ठ (इंटरनेशनल एजुकेशन अफेयर्स सेल) की स्थापना की गई, ताकि शिक्षकों, स्कूल प्रमुखों और शिक्षा विभाग में विभिन्न स्तरों पर कार्यरत प्रशासनिक अधिकारियों को अंतर्राष्ट्रीय स्तर की शिक्षा प्रदान की जा सके।

मुख्यमंत्री ने कहा कि इस प्रकोष्ठ का उद्देश्य शिक्षकों, स्कूल प्रमुखों और शिक्षा प्रबंधकों को प्रतिभा निखारने के अवसर प्रदान करना और शैक्षिक प्रशिक्षण के माध्यम से शिक्षा प्रणाली को अगले स्तर तक ले जाना है। उन्होंने कहा कि इसी प्रकार सरकारी खर्चे पर स्विट्ज़रलैंड, सिंगापुर, फिनलैंड जैसे देशों और हार्वर्ड और ऑक्सफोर्ड जैसी संस्थाओं में शिक्षकों को उन देशों की बेहतरीन शिक्षा प्रणालियों से परिचित कराने के लिए दौरे कराए गए हैं।

भगवंत सिंह मान ने बताया कि पंजाब सरकार ने पांच दिवसीय नेतृत्व विकास कार्यक्रम के लिए 202 प्रिंसिपलों/शिक्षा अधिकारियों के छह बैच सिंगापुर भेजे हैं। इसी प्रकार मुख्यमंत्री ने बताया कि 72 होनहार प्राथमिक शिक्षकों का एक बैच आज व्यावसायिक प्रशिक्षण के लिए फिनलैंड के दौरे पर जा रहा है।

भगवंत सिंह मान ने बताया कि 152 हेडमास्टरों/शिक्षा अधिकारियों के तीन बैच अत्याधुनिक शैक्षणिक प्रशिक्षण प्राप्त करने के लिए आईआईएम अहमदाबाद भेजे गए। उन्होंने कहा कि इसका उद्देश्य यह सुनिश्चित करना है कि राज्य के छात्र पंजाब में वैश्विक स्तर की शिक्षा प्राप्त कर हर क्षेत्र में उच्च उपलब्धियां हासिल करें। मुख्यमंत्री ने कहा कि इन प्रयासों का उद्देश्य राज्य में विदेश जाने की प्रवृत्ति को परिवर्तित करना और युवाओं की अपार ऊर्जा को सकारात्मक दिशा में मोड़ना है।

उन्होंने कहा कि इस कार्यक्रम का उद्देश्य हर क्षेत्र में युवाओं के सर्वांगीण विकास को सुनिश्चित करना है, ताकि वे हर क्षेत्र में नई ऊंचाइयां छू सकें। उन्होंने कहा कि राज्य के युवाओं में बड़ी क्षमता है और अगर उन्हें सही दिशा दी जाए, तो वे किसी भी क्षेत्र में उल्लेखनीय सफलता प्राप्त कर सकते हैं।

मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रशिक्षण के दौरान ये शिक्षक विदेशी देशों में प्रचलित आधुनिक अध्यापन विधियों से लैस होते हैं। उन्होंने कहा कि प्रशिक्षण से लौटने के बाद ये शिक्षक छात्रों और अपने सहयोगियों के साथ नए ज्ञान और अनुभवों को साझा करते हैं, जिससे यह सुनिश्चित होता है कि छात्र विदेशी शिक्षा प्रणालियों से परिचित हो सकें।

भगवंत सिंह मान ने कहा कि यह एक अनूठी पहल है, जो छात्रों की भलाई के लिए राज्य की संपूर्ण शिक्षा प्रणाली को पुनर्जीवित कर रही है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि ये शिक्षक छात्रों को गुणवत्तापूर्ण शिक्षा प्रदान कर वर्तमान समय में शिक्षा क्षेत्र में ‘परिवर्तन के दूत’ के रूप में कार्य कर रहे हैं।

भगवंत सिंह मान ने कहा कि यह विशेष कार्यक्रम छात्रों को लाभ पहुंचाकर राज्य की शिक्षा प्रणाली में आवश्यक गुणात्मक परिवर्तन ला रहा है।
उन्होंने कहा कि राज्य सरकार छात्रों की भलाई सुनिश्चित करने और राज्य में शिक्षा क्षेत्र को प्रोत्साहित करने के लिए ऐसे प्रयास जारी रखेगी।

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