मुख्यमंत्री ने पर्यावरण की रक्षा के लिए पंजाबियों को जन आंदोलन चलाने का किया आह्वान

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– स्वतंत्रता दिवस के अवसर पर जालंधर के गुरु गोबिंद सिंह स्टेडियम में राज्य स्तरीय समारोह के दौरान फहराया तिरंगा

– राष्ट्रीय स्वतंत्रता संग्राम में पंजाबियों के महान योगदान को याद किया

– शहीदों के सपनों को साकार करने के लिए राज्य सरकार प्रतिबद्ध

– नशों के प्रति कोई रियायत नहीं बरती जाएगी, नशा तस्करों को जेल भेजा जाएगा और संपत्ति जब्त की जाएगी

– विभिन्न क्षेत्रों में पंजाब सरकार के विकास कार्यों और जनकल्याण योजनाओं का किया उल्लेख

– सड़क सुरक्षा बल ने फरवरी से अब तक 1300 कीमती जानें बचाई

– ‘खेडा वतन पंजाब दीया-3’ की शुरुआत 28 अगस्त से

जालंधर, 15 अगस्त 2024 :  पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत सिंह मान ने आज सभी पंजाबियों से महान गुरु साहिबानों की शिक्षाओं का पालन करते हुए दूषित होते पर्यावरण की रोकथाम के लिए व्यापक जन आंदोलन चलाने का आह्वान किया। आज यहां गुरु गोबिंद सिंह स्टेडियम में 78वें स्वतंत्रता दिवस के अवसर पर राज्य स्तरीय समारोह के दौरान राष्ट्रीय ध्वज फहराने के बाद अपने संबोधन में मुख्यमंत्री ने राष्ट्रीय स्वतंत्रता संग्राम में पंजाबियों के अद्वितीय योगदान को याद किया। उन्होंने कहा कि आजादी आंदोलन के दौरान पंजाबियों ने सबसे अधिक बलिदान दिए हैं। मुख्यमंत्री ने कहा कि देश की खातिर शहादत प्राप्त करने वाले और पंजाब से निर्वासित होने वालों में 80 प्रतिशत से अधिक लोग पंजाब के थे। उन्होंने कहा कि बाबा राम सिंह, शहीद भगत सिंह, राजगुरु, सुखदेव, लाला लाजपत राय, शहीद उधम सिंह, करतार सिंह सराभा, दीवान सिंह कालेपानी और अन्य महान नायकों ने आजादी प्राप्त करने के लिए अपने खून की एक-एक बूंद बहा दी।

भगवंत सिंह मान ने कहा कि पंजाबियों ने आजादी के बाद भी देश की एकता, अखंडता और संप्रभुता की रक्षा के लिए हमेशा अग्रणी भूमिका निभाई है। मुख्यमंत्री ने कहा कि राज्य के मेहनतकश किसानों ने देश में हरित क्रांति लाने में सबसे अधिक योगदान दिया, जिससे देश अनाज के मामले में आत्मनिर्भर बना। उन्होंने कहा कि देश के अन्न भंडार की सुरक्षा के लिए पंजाब के किसानों को बहुत बड़ी कीमत भी चुकानी पड़ी क्योंकि उन्होंने पानी और उपजाऊ जमीन जैसे बहुमूल्य संसाधनों को भी दांव पर लगा दिया। भगवंत सिंह मान ने कहा कि पंजाब के किसानों के बड़े योगदान के कारण आज भारत दूसरे देशों को अनाज निर्यात कर रहा है, जबकि 1960 के दशक के दौरान हम अनाज के लिए अन्य देशों की दया पर थे।

मुख्यमंत्री ने कहा कि देश तभी प्रगति कर सकता है जब पंजाब समृद्धि और विकास के मामले में अग्रणी भूमिका निभाए। उन्होंने कहा कि इन दिनों प्रदूषण को रोकना गंभीर चुनौती है, इसलिए हर पंजाबी को इस समस्या से मुक्ति पाने के लिए अधिक से अधिक योगदान देना चाहिए। गुरबानी की पंक्ति ‘पवन गुरु, पानी पिता, माता धरत महत’ का हवाला देते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि महान गुरुओं ने हवा (पवन) को गुरु, पानी को पिता और जमीन (धरती) को माता का दर्जा दिया है। भगवंत सिंह मान ने कहा कि अब समय आ गया है, जब हमें राज्य के पर्यावरण को बचाने का संकल्प लेते हुए राज्य के प्राचीन गौरव को बहाल करने के लिए गुरुवाणी की शिक्षाओं को अपने जीवन में धारण करना चाहिए। उन्होंने कहा कि हमें सभी को पर्यावरण की रक्षा के लिए व्यापक अभियान शुरू करना चाहिए ताकि हम अपनी आने वाली पीढ़ियों को प्रदूषण मुक्त वातावरण दे सकें। भगवंत सिंह मान ने कहा कि राज्य सरकार इस नेक कार्य के लिए कोई कसर नहीं छोड़ेगी और पंजाब जल्द ही हरा-भरा और प्रदूषण मुक्त होगा।

इस दौरान मुख्यमंत्री ने कहा कि राज्य सरकार ने नशों के खिलाफ सख्त कार्रवाई शुरू की हुई है और इस संबंध में किसी प्रकार की रियायत नहीं बरती जाएगी। उन्होंने कहा कि अब तक 14381 नशा तस्करों को जेल भेजा जा चुका है और 10393 एफआईआर दर्ज की गई हैं। उन्होंने कहा कि 379 नशा तस्करों की 173 करोड़ रुपए की संपत्ति जब्त की गई है और आगे की कार्रवाई भी जारी है। भगवंत सिंह मान ने कहा कि बहुत संतोषजनक बात है कि नशा तस्करों के खिलाफ सजा की दर 83 प्रतिशत है।

राज्य सरकार द्वारा किए गए विकास कार्यों और जन कल्याण योजनाओं का उल्लेख करते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि उनकी सरकार ने राज्य में नहरी पानी के ढांचे को नया रूप देने पर सबसे अधिक ध्यान दिया है। उन्होंने कहा कि जब उनकी सरकार सत्ता में आई थी, तो केवल 21 प्रतिशत नहरी पानी सिंचाई के लिए उपयोग किया जाता था। उन्होंने कहा कि बहुत गर्व की बात है कि अब 72 प्रतिशत नहरी पानी सिंचाई के लिए उपयोग किया जा रहा है। भगवंत सिंह मान ने कहा कि टेलों पर किसानों के लिए नहरी पानी पहुंचाया गया है, जो दशकों से नहरी पानी को तरस रहे थे और हमारे इस प्रयास से भूजल की बचत होगी।

मुख्यमंत्री ने कहा कि आजादी के बाद पहली बार उनकी सरकार ने राज्य में मालवा नहर के निर्माण का काम शुरू किया है। उन्होंने कहा कि यह रिकॉर्ड है कि राज्य की पिछली किसी भी सरकार ने इस आवश्यकता पर ध्यान नहीं दिया। भगवंत सिंह मान ने आगे कहा कि लगभग 150 किलोमीटर लंबी यह नई नहर राज्य विशेषकर मालवा क्षेत्र में बेमिसाल प्रगति और समृद्धि के नए युग की शुरुआत करेगी और राज्य सरकार इस महत्वपूर्ण परियोजना पर लगभग 2300 करोड़ रुपए खर्च करेगी, जो राज्य की लगभग दो लाख एकड़ भूमि की सिंचाई की जरूरतों को पूरा करेगी।

मुख्यमंत्री ने आगे कहा कि एक और नई कंडी नहर का निर्माण किया जा रहा है, जिससे 11 हजार एकड़ भूमि को लाभ होगा। उन्होंने कहा कि धार कलां में 206 मेगावाट की क्षमता वाले बांध की स्थापना भी की जा रही है और आने वाले दिनों में यह बांध लोगों को समर्पित कर दिया जाएगा, जिसके लिए पूरी प्रक्रिया पूरी कर ली गई है। भगवंत सिंह मान ने कहा कि पंजाब हर क्षेत्र में अद्वितीय प्रगति कर रहा है और भविष्य में भी यह गति जारी रहेगी।

मुख्यमंत्री ने कहा कि राज्य सरकार ने लोगों को उनके द्वार पर जाकर सेवाएं प्रदान करने के लिए ‘भगवंत मान सरकार तुहाडे दुआर’ योजना शुरू की। उन्होंने कहा कि इस योजना के तहत 43 ऐसी नागरिक सेवाओं की पहचान की गई है, जिनमें से 99 प्रतिशत सेवाएं लोगों के प्रशासनिक कार्यों से संबंधित हैं। भगवंत सिंह मान ने कहा कि राज्य के विभिन्न हिस्सों में विशेष शिविर लगाए जा रहे हैं ताकि गांवों के लोगों को भी इन सेवाओं का अधिक से अधिक लाभ मिल सके।

मुख्यमंत्री ने कहा कि राज्य सरकार ने मोहाली अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे का नाम महान शहीद स. भगत सिंह के नाम पर रखा और इसके अलावा हवाई अड्डे को जाने वाली सड़क पर शहीद स. भगत सिंह की 35 फुट ऊंची प्रतिमा भी 28 सितंबर को स्थापित की जाएगी। उन्होंने कहा कि राज्य सरकार ने भारतीय वायुसेना स्टेशन हलवारा में बन रहे अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे का नाम शहीद करतार सिंह सराभा अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डा रखने के लिए भारत सरकार को प्रस्ताव भेजा है।

मुख्यमंत्री ने कहा कि आम आदमी क्लीनिकों ने स्वास्थ्य क्षेत्र में क्रांति ला दी है। उन्होंने कहा कि अब तक 2 करोड़ से अधिक लोग इन क्लीनिकों का लाभ ले चुके हैं और 95 प्रतिशत मरीज बीमारी से मुक्त हो चुके हैं। भगवंत सिंह मान ने कहा कि पंजाब के हर तीसरे व्यक्ति ने इन क्लीनिकों का लाभ उठाया है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि सरकारी स्कूलों के बुनियादी ढांचे को सुधारने के लिए शिक्षा क्रांति शुरू की गई है। उन्होंने कहा कि 118 सीनियर सेकेंडरी स्कूलों को स्कूल ऑफ एमिनेंस के रूप में स्थापित किया जा रहा है, जहां हर प्रकार की अत्याधुनिक सुविधाएं हैं। भगवंत सिंह मान ने कहा कि मानक शिक्षा मिलने से छात्र अपने जीवन में और राष्ट्रीय और अंतर्राष्ट्रीय प्रतियोगिताओं में शानदार प्रदर्शन करेंगे।

मुख्यमंत्री ने कहा कि राज्य सरकार ने 1080 करोड़ रुपए की लागत से निजी कंपनी जी.वी.के. पावर की स्वामित्व वाले गोइंदवाल पावर प्लांट को खरीदकर सफलता की नई कहानी लिखी है। उन्होंने कहा कि राज्य में पहली बार उल्टा रुझान देखने को मिला है क्योंकि सरकार ने निजी पावर प्लांट खरीदा है जबकि पहले राज्य सरकारें अपनी संपत्तियां चाहने वाले व्यक्तियों को कौड़ियों के भाव बेचती थी।

भगवंत सिंह मान ने कहा कि पछवाड़ा से प्राप्त कोयले का उपयोग केवल सरकारी थर्मल प्लांटों के लिए किया जा सकता है, जिससे इन प्लांटों द्वारा खरीदे जाने पर यह कोयला यहां भी इस्तेमाल किया जा सकेगा, और इस प्रकार राज्य में बिजली की कमी कोई समस्या नहीं बनेगी। मुख्यमंत्री ने कहा कि वर्ष 2022 में लोगों को मुफ्त बिजली देने की सुविधा शुरू की गई थी और इस समय 90 प्रतिशत घरों को मुफ्त बिजली मिल रही है। भगवंत सिंह मान ने कहा कि यह और भी संतोषजनक बात है कि घरेलू बिजली के साथ-साथ खेतों को भी मुफ्त बिजली प्रदान की जा रही है।

मुख्यमंत्री ने कहा कि राज्य सरकार ने देश भर में अपनी तरह का पहला समर्पित सड़क सुरक्षा बल स्थापित किया है ताकि राज्य और राष्ट्रीय राजमार्गों पर होने वाले सड़क हादसों में अनमोल जानों की रक्षा की जा सके और सुरक्षा बढ़ाई जा सके। विशेष प्रशिक्षण प्राप्त 1597 नए भर्ती कर्मचारी इस बल की रीढ़ की हड्डी के रूप में काम कर रहे हैं और उन्हें अत्याधुनिक मशीनरी से लैस 144 वाहन उपलब्ध कराए गए हैं। फरवरी में अपनी शुरुआत से अब तक इस बल ने पिछले साल की तुलना में सड़क हादसों में लगभग 1300 कीमती जानें बचाई हैं। इसके अलावा हादसों में घायल व्यक्तियों के 90 लाख रुपए की नकदी और सामान को सुरक्षित वापस किया गया है। यह बल 4200 किलोमीटर लंबी राजमार्गों पर तैनात किया गया है। अपने निर्धारित क्षेत्रों में गश्त करने के साथ-साथ यह बल यातायात नियमों के उल्लंघन को रोकने का भी काम कर रहा है।

मुख्यमंत्री ने कहा कि राज्य सरकार ने खेलों के क्षेत्र में पंजाब की शान को पुनः स्थापित करने के लिए वर्ष 2023 में नई खेल नीति लागू की। उन्होंने कहा कि राज्य के खिलाड़ियों ने पेरिस ओलंपिक खेलों में शानदार प्रदर्शन किया, जिससे खेल नीति की विशिष्टता का पता चलता है। उन्होंने कहा कि यह बहुत गर्व की बात है कि हॉकी में कांस्य पदक जीतने वाली भारतीय टीम में 10 खिलाड़ी पंजाब के हैं। इस अवसर पर मुख्यमंत्री ने ‘खेडा वतन पंजाब दीयां-3’ का आयोजन 28 अगस्त से करने की घोषणा की, जिससे राज्य में खेल गतिविधियों को बड़ा प्रोत्साहन मिलेगा।

मुख्यमंत्री ने कहा कि राज्य सरकार ने अब तक 44667 युवाओं को विभिन्न विभागों में सरकारी नौकरियां दी हैं। उन्होंने कहा कि पूरी भर्ती प्रक्रिया पूरी तरह से मेरिट के आधार पर पारदर्शी तरीके से की गई है। उन्होंने कहा कि राज्य सरकार की नीतियों और नीयत पर युवाओं का विश्वास बढ़ा है, जिसके कारण वे विदेश जाने का इरादा छोड़कर यहां रहकर सरकारी नौकरी के लिए तैयारी कर रहे हैं।

इससे पहले मुख्यमंत्री ने परेड कमांडर वैभव चौधरी आई.पी.एस. के नेतृत्व में सी.आर.पी.एफ., पंजाब पुलिस (महिला एवं पुरुष), पंजाब होमगार्ड्स, एन.सी.सी., पी.ए.पी. के पाइप एवं ब्रास बैंड की टुकड़ियों की प्रभावशाली मार्च पास्ट से सलामी ली।

इस अवसर पर बी.एस.एफ. के योगदान को दर्शाने वाली झांकी के अलावा स्कूल ऑफ एमिनेंस, ऊर्जा क्षेत्र में विशिष्ट उपलब्धियां, आम आदमी क्लीनिक, सरकार तुहाडे दुआर, रंगला पंजाब और सी.एम. दी योगशाला की झांकियों ने समारोह की शोभा बढ़ाई।

इससे पहले सी.एम. दी योगशाला, टेंट पेगिंग, स्कूल के विद्यार्थियों के रंगारंग कार्यक्रम ने समय बांधा और विद्यार्थियों ने गतका, गिद्दा, भांगड़ा और अन्य पारंपरिक लोक नृत्य प्रस्तुत कर दर्शकों का मन मोह लिया।

मुख्यमंत्री ने दो स्वतंत्रता सेनानियों प्रेम सागर और देवव्रत शर्मा के अलावा शहीद सैनिकों के परिवार के सदस्यों को सम्मानित किया। मुख्यमंत्री ने जरूरतमंद महिलाओं को सिलाई मशीनें और दिव्यांग व्यक्तियों को ट्राईसाइकिल भी वितरित की।

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