मुख्यमंत्री द्वारा एनआरआई भाईचारे को बड़ा तोहफा, नई दिल्ली के हवाई अड्डे पर ‘पंजाब सहायता केंद्र’ समर्पित किया
– एनआरआई को मिलेंगी सुविधाएं और सहायता
– दुनिया भर में बसे पंजाबियों की भलाई के लिए पहल करने वाला देश का पहला राज्य बना पंजाब
– भगवंत सिंह मान ने महिला पहलवान विनेश फोगाट मामले की निष्पक्ष जांच की मांग की
– दुखद घटना ने लाखों खेल प्रेमियों के दिलों को तोड़ा
नई दिल्ली, 8 अगस्त 2024 : दुनिया भर में बसे पंजाबी भाईचारे को बड़ी सुविधा प्रदान करते हुए पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत सिंह मान ने आज यहां के इंदिरा गांधी अंतर्राष्ट्रीय हवाई अड्डे के टर्मिनल-3 पर ‘पंजाब सहायता केंद्र’ के नाम से उच्च स्तर का एनआरआई सुविधा केंद्र लोगों को समर्पित किया।
इस सहायता केंद्र की शुरुआत करते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि यह हमारे लिए एक ऐतिहासिक दिन है क्योंकि पंजाब इस प्रकार की पहल करने वाला देश का पहला राज्य है, जिससे राज्य सरकार की एनआरआई समुदाय की सहायता और सहयोग करने की दृढ़ प्रतिबद्धता प्रकट होती है। उन्होंने कहा कि यह केंद्र 24 घंटे कार्यशील रहेगा और इस टर्मिनल पर आने वाले एनआरआई और अन्य यात्रियों को सहायता प्रदान करेगा। भगवंत सिंह मान ने कहा कि इस केंद्र के पास दो इनोवा गाड़ियाँ होंगी, जो यात्रियों को पंजाब भवन या अन्य निकटवर्ती स्थानों पर पहुंचाने में सहायता करेंगी।
मुख्यमंत्री ने कहा कि यात्री या उनके रिश्तेदार किसी भी समय उड़ानों के आने, उड़ानों के समय, टैक्सी सेवा, हवाई अड्डे पर खो गए सामान की जानकारी के लिए या अन्य सहायता के लिए इस केंद्र तक पहुँच सकते है। उन्होंने कहा कि अगर किसी प्रकार की आपात स्थिति आती है तो नई दिल्ली स्थित पंजाब भवन, कापरनिकस मार्ग में कुछ कमरे भी यात्रियों और उनके रिश्तेदारों को दिए जाएंगे। भगवंत सिंह मान ने कहा कि किसी भी सहायता के लिए 011-61232182 पर संपर्क किया जा सकता है।
महिला पहलवान विनेश फोगाट की घटना के बारे में सहायक स्टाफ की निष्पक्ष जांच की मांग करते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि इस घटना ने पूरे खेल जगत को आहत किया है। उन्होंने कहा कि इस घटना ने लाखों खेल प्रेमियों के दिलों को गहरी ठेस पहुंचाई है, जिस कारण इसकी निष्पक्ष जांच करवाना समय की मांग है। उन्होंने कहा कि इस जांच से न केवल लोगों का पूरे ढांचे में विश्वास बहाल होगा, बल्कि इस घटना की असली सच्चाई भी सामने आएगी।
भगवंत सिंह मान ने स्पष्ट शब्दों में कहा कि फोगाट के स्टाफ की भूमिका भी संदिग्ध है क्योंकि उन्होंने निर्धारित सीमा के भीतर पहलवान का वजन नियंत्रित करने के लिए कोई कदम नहीं उठाया। मुख्यमंत्री ने कहा कि इस दुखद घटना ने बड़े सवाल खड़े किए है और निष्पक्ष जांच के माध्यम से इनका जवाब दिया जा सकता है। उन्होंने कहा कि ओलंपिक खेलों जैसे महत्वपूर्ण मुकाबले, जहाँ देश का सब कुछ दांव पर लगा हो, में 100 ग्राम वजन नियंत्रित करना बहुत बड़ा मसला नहीं है। उन्होंने कहा कि यह सहायक स्टाफ की विफलता है क्योंकि ऐसे मामलों का ध्यान रखना उनकी जिम्मेदारी है।
एक अन्य सवाल के जवाब में भगवंत सिंह मान ने कहा कि पंजाब से राष्ट्रीय राजधानी आने वाले वाहनों की निर्विघ्न एंट्री का मसला जल्द हल कर लिया जाएगा क्योंकि अब म्युनिसिपल कॉरपोरेशन, दिल्ली में भी आम आदमी पार्टी सत्ता में है।