चंडीगढ़ / एस.ए.एस. नगर, 10 अक्तूबर | पंजाब के साइंस, टैकनॉलॉजी और पर्यावरण एवं जल संसाधन मंत्री गुरमीत सिंह मीत हेयर ने समाज को पर्यावरण में निवेश करने का न्योता देते हुए कहा कि यह पर्यावरण को बचाने का सही समय है, जिससे हमारा भविष्य बचाया जा सके। पंजाब स्कूल शिक्षा बोर्ड मोहाली के ऑडीटोरियम में भगत पूरन सिंह वातावरण संभाल सोसायटी द्वारा पर्यावरण के विषय पर करवाए गए सैमीनार को संबोधित करते हुए पर्यावरण मंत्री ने कहा कि हम अपने प्राकृतिक संसाधनों का बड़े स्तर पर दोहन कर रहे हैं।
भूजल के दुरुपयोग को जीती जागती मिसाल बताते हुए उन्होंने कहा कि हम अब तक नहरी पानी का 100 प्रतिशत सिंचाई के लिए प्रयोग नहीं कर सके, जिस कारण हमारे 78 प्रतिशत ब्लॉक डार्क ज़ोन में हैं। उन्होंने कहा कि पहले किसी ने भी सिंचाई के लिए नहरी पानी का सही प्रयोग करने की ओर ध्यान नहीं दिया, परन्तु भगवंत सिंह मान सरकार ने राज्य के कोने-कोने तक सिंचाई के लिए नहरी पानी पहुँचाने का भरोसा दिया है और हमने भूजल का 24 प्रतिशत बचत की है। अन्य राज्यों को पानी की एक भी बूँद न देने के विरोध के बयानों पर व्यंग्य कसते हुए उन्होंने कहा कि पिछली सरकारों में से किसी ने भी नहरी पानी की सिंचाई के लिए पूरी क्षमता से प्रयोग करने के बारे में सुहिरदता से नहीं सोचा और यदि ऐसा किया होता तो राज्य में भूजल का स्तर गहरा नहीं जाता। उन्होंने कहा कि पंजाब के पास वास्तव में कोई अतिरिक्त पानी नहीं है क्योंकि डार्क ज़ोन का मामला हम सभी के लिए एक गंभीर समस्या बनकर उभर रहा है।
पंजाब के बिगड़ रहे पर्यावरण के प्रति भगत पूरन सिंह वातावरण संभाल सोसायटी की चिंता की सराहना करते हुए विज्ञान, प्रौद्यौगिकी और पर्यावरण मंत्री ने कहा कि आज हमारे सामने बहुत सी चुनौतियाँ हैं। ग्रीन कवर तेज़ी से घटता जा रहा है, पानी का स्तर दिन-ब- दिन घटता जा रहा है, सिंगल यूज प्लास्टिक का ख़तरा पैदा हो रहा है और पराली को अन्य तरीकों से निपटाने से बचने के लिए पराली को आग लगाई जा रही है। उन्होंने कहा कि हमें लोगों को जागरूक करना पड़ेगा और दूषित पर्यावरण के कारण पैदा हो रहे मुद्दों के प्रति विद्यार्थियों को जागरूक करना होगा। विद्यार्थी सिंगल यूज प्लास्टिक का प्रयोग न करने का प्रण लेकर और अन्यों को भी मार्गदर्शन करके नयी मिसाल कायम कर सकते हैं। इसी तरह हमें सिंचाई के लिए अधिक से अधिक नहरी पानी को अपनाना चाहिए और भरपूर मात्रा में पौधे लगाने चाहिएं और उनके बढऩे तक उनकी देखभाल करनी चाहिए।
उन्होंने कहा कि समाज पर्यावरण संतुलन बनाए रखने के लिए सरकारों की अपेक्षा अधिक योगदान दे सकता है। सरकारें मुहिम शुरू कर सकती हैं परन्तु इसको सफल बनाना हमारी जि़म्मेदारी है। उन्होंने कहा कि हमें अपनी नौजवान पीढ़ी को साफ़-सुथरी हवा के आधार पर वृक्षों, पानी और पर्यावरण की महत्ता के बारे में बताना चाहिए।
मंत्री मीत हेयर ने एस.ए.एस. नगर जिले के सरकारी स्कूलों के 10वीं और 12वीं की परीक्षाओं में पहले तीन स्थान हासिल करने वाले विद्यार्थियों को सम्मानित भी किया। प्रशंसा पत्र देकर सम्मानित किये जाने वाले विद्यार्थियों में गुरलीन कौर, प्रिया शर्मा, अरमानप्रीत कौर, हर्शप्रीत कौर, रंजनदीप कौर शामिल थे।
प्रसिद्ध पर्यावरण प्रेमी और पैनलिस्ट, डॉ. प्यारा लाल गर्ग और श्रुति शुक्ला ने भी जनसभा को संबोधित किया और पर्यावरण के प्रति अपनी चिंताएं साझा की और इसको बचाने के लिए अलग-अलग उपाय सुझाए।
प्रधान गुरमेल सिंह मोजोवाल ने कहा कि सोसायटी द्वारा पौधे लगाने के साथ-साथ पर्यावरण को बचाने के लिए लोगों को जागरूक करने की वचनबद्धता के साथ 17 सालों से इस क्षेत्र में काम किया जा रहा है।
इस मौके पर पंजाब स्कूल शिक्षा बोर्ड की चेयरपर्सन डॉ. सतिन्दर कौर बेदी, डॉ. प्यारा लाल गर्ग, श्रुति शुक्ला और थियेटर कलाकार अनोता शबदीश को सम्मानित भी किया गया। अन्यों के अलावा सोसायटी के मैंबर गुरमेल सिंह मोजोवाल, हरदेव सिंह कलेर, हरिन्दरपाल सिंह हैरी, डॉ. धर्मपाल होशियारपुरी और अमरजीत कौर।
पर्यावरण मंत्री ने इस मौके पर पंजाब स्कूल शिक्षा बोर्ड के आंगन में एक पौधा भी लगाया।