तेल की कीमतें तय करता है बाजार, केंद्र सरकार नहीं: निर्मला
7 जून 2021- तेल की बढ़ती कीमतों के मामले में वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने आज यह साफ किया है कि यह कीमतें अब पूरी तरह से बाजार पर निर्भर है। केंद्र सरकार अब कीमत तय करने में कोई भूमिका नहीं निभाती। इसके साथ ही उन्होंने यह स्पष्ट किया कि खाद्य तेल और अन्य वस्तुओं की महंगाई पर मंत्रियों का एक समूह (GoM) नियमित रूप से नजर बनाए हुए है। वित्त मंत्री ने कहा की ईंधन के मामले में, भारतीय कीमतें करीब-करीब वैश्विक कीमत के बराबर ही तय की गई हैं। जहां तक कर की बात है, केंद्र सरकार यह कीमतों के हिसाब से तय नहीं करती। कीमत चाहे जो भी हो, केंद्र के लिए प्रति लीटर फिक्स्ड रेट है। राज्यों को जो मिलता है, वह कीमत के हिसाब से मिलता है। तेल की कीमत बढ़ने पर हर बार राजयों का भी फायदा होता है।
साथ ही साथ वित्त मंत्री ने यह भी बताया कि- उनका रिजर्व बैंक के साथ करीबी तालमेल है ताकि तरलता के अचानक सूखने का असर उभरते कारोबारों पर न पड़े। बैंकों को पर्याप्त गुंजाइश दी गई है ताकि वे कारोबारियों के आने पर उधार दे सकें। बैंकों की स्थिति में निश्चित रूप से सुधार आया है, इसलिए वे इन चीजों के लिए प्रावधान करने की हालत में हैं। उधारी भी पुरी गारंटी के साथ दी जा रही है। बैंकों अब सीजीएलएस के मुताबिक कर्ज देना होगा जिसे अब हमने और ज्यादा सेगमेंट के लिए खोल दिया है।