डिप्टी युवा नेता का दुखद अंत – जानिए पूरी कहानी
jalandhar 21 june
सुखमीत सिंह डिप्टी एक ऐसा नाम, जो गोपाल नगर ही नहीं पूरे शहर में एक समय चर्चा का विषय था। पहले चर्चा में तब आया जब वह मात्र 26 साल की उम्र में पार्षद बन गया और दूसरा चर्चा में तब आया जब उसने फिल्म कारोबारी सुभाष नदा के बेटे गगन नदा उर्फ मिक्की का अपहरण कर लिया।
यह घटना 2008 की है, जब एक प्रॉपर्टी के सौदे की रकम देने के लिए डिप्टी ने साथियों के साथ मिलकर मिक्की का अपहरण कर लिया और उसे 24 घंटे से ज्यादा कार की डिग्गी में बंद रखा। उस मामले में पुलिस ने डिप्टी व उसके साथियों को गिरफ्तार कर लिया था। डिप्टी को 20 साल की सजा सुनाई गई थी। तब से डिप्टी पंजाब की अलग-अलग जिलों में रहा। करीब 2 महीने पहले डिप्टी की सजा पूरी हो गई थी।
करीब 12 साल जेल में रहने वाले डिप्टी ने तकरीबन अपनी आधी जिंदगी जेल में काट दी। अब उसका जिंदगी जीने का समय आया था तो उसे मौत अपनी तरफ खींच ले गई। उसकी एक गलती ने उसका सारा जीवन बर्बाद कर दिया । डिप्टी शादीशुदा है और उसका एक बेटा भी है। बेटा भी डिप्टी के जेल जाने के बाद पैदा हुआ था। परिवार वालों ने उसे कभी नहीं बताया था कि उसका पिता जेल में है। बेटे को कहा जाता था कि पिता उसका विदेश में काम करता है।
अपनी गलती को सुधारने के लिए डिप्टी अब सारा दिन अपने परिवार के साथ ही बताता था। उसके माता-पिता बुजुर्ग हैं। पिता खेती बाड़ी का काम करते हैं और उसका भाई इंग्लैंड में रहता है। कहा जा रहा था कि डिप्टी दोबारा से राजनीति के मैदान में उतरने की तैयारी में था, लेकिन उससे पहले उसकी कल गोपाल नगर में 12 गोलियां मारकर हत्या कर दी गई।
डिप्टी की मौत से उसके चाहने वालों और परिवार को गहरा सदमा लगा है। डिप्टी के शव को पोस्टमार्टम के बाद परिवार के हवाले कर दिया जाएगा और दोपहर तीन बजे हरनामदासपुरा श्मशान घाट में उसका अंतिम संस्कार किया जाएगा ।