कोविड के कारण अपने मां-बाप या कमाने वाले को खो चुके बच्चों को दिया जाएगा विभिन्न सरकारी योजनाओं का लाभ: अपनीत रियात
होशियारपुर, 23 जून 2021 – डिप्टी कमिश्नर अपनीत रियात ने कहा कि कोविड के कारण जिन बच्चों के मां-बाप की मौत हो गई है और वे अनाथ हो गए हैं, ऐसे बच्चों के पालन पोषण के लिए पंजाब सरकार की ओर से अलग-अलग योजनाओं का लाभ देते हुए उनको पेंशन, शिक्षा, स्वास्थ्य सुविधा व अन्य सुविधाओं का लाभ दिया जाएगा। वे आज जिला प्रबंधकीय कांप्लेक्स में अलग-अलग विभागों के अधिकारियों की बैठक को संबोधित कर रहे थे। इस दौरान उन्होंने स्पष्ट करते हुए कहा कि इन बच्चों को सरकारी योजनाओं का लाभ देते हुए न तो इनकी आर्थिक स्थिति को आंका जाएगा और न ही अन्य कोई शर्त इन पर लागू होगी।
डिप्टी कमिश्नर ने इस दौरान विभिन्न विभागों के प्रमुखों को संबोधित करते हुए उनके विभाग की ओर से चलाई जाने वाली कल्याण योजनाओं का इन लाभार्थियों को लाभ देने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि अभी तक जिले में इस तरह के 72 मामले सामने आएं है, जिनकी स्वास्थ्य विभाग की ओर से वैरीफिकेशन की जाएगी। उन्होंने कहा कि स्वास्थ्य विभाग की ओर से वैरीफिकेशन के तुरंत बाद सभी विभाग इन लाभार्थियों को सरकारी योजनाओं का लाभ देना यकीनी बनाएंगे। उन्होंने कहा कि सबसे पहले जिन बच्चों के मां- बाप की कोविड के चलते मौत हुई है उन सभी बच्चों को सरकार की ओर से 1500 रुपए मासिक पेंशन दी जाएगी।
अपनीत रियात ने कहा कि पंजाब सरकार की ओर से बच्चों की ग्रेजुएशन तक सरकारी स्कूल व कालेज में नि:शुल्क पढ़ाई करवाई जाएगी। इसके अलावा परिवार को आर्शीवाद योजाना, सरबत सेहत बीमा योजना, स्मार्ट राशन कार्ड स्कीम का लाभ भी सुनिश्चित किया जाएगा। उन्होंने जिला रोजगार ब्यूरो को भी निर्देश दिए कि इनके परिवारों में अगर कोई महिला या पुरुष नौकरी करना चाहता है तो उनको उनकी योज्यता के अनुसार रोजगार भी मुहैया करवाया जाए। इस मौके पर जिला सामाजिक सुरक्षा अधिकारी मुकेश गौतम, जिला प्रोग्राम अधिकारी अमरजीत सिंह भुल्लर, जिला सामाजिक सुरक्षा न्याय एवं अधिकारिता अधिकारी सुखविंदर सिंह, जिला खाद्य व आपूर्ति कंट्रोलर रजनीश कुमारी, सहायक सिविल सर्जन डा. पवन कुमार, जिला बाल सुरक्षा अधिकारी मुकेश गौतम, डिप्टी डी.ई.ओ(से) राकेश कुमार, सुखविंदर सिंह, डी.डी.एफ पीयूष गोयल, जिला बाल सुरक्षा अधिकारी डा. हरप्रीत कौर, प्लेसमेंट अधिकारी मंगेश सूद, कैरियर काउंसलर आदित्य राणा के अलावा अन्य विभागों के अधिकारी भी मौजूद थे।